बुधवार, 27 जनवरी 2016

मुझको मेरे शब्दों में

मुझको मेरे शब्दों में मत ढूंढ़ना तुम 
मै दिल के पन्ने लिखा एक सफा हूँ !
मुझको मेरी गलियों में मत ढूंढ़ना तुम 
मै चलती हवा के रुख का दर्द भरा झोखा हूँ 
काट के पत्थर जो अपने रास्तों पे निकला है 
मै दिल की दरारों से निकला एक लहुँ का दरिया हूँ !  
अब तो समझो , अब तो मानो 
मेरी धड़कन की सदा 
मै तो मै हूँ , मै नहीं हूँ 
मै तो बरसों से बदलती अपनी रूह का धोखा हूँ 
साथ मेरे चल रहा है वक़्त और मेरा नसीब 
फिर भी मै हूँ मै ही मै हूँ, बार बार बकता हूँ 

मुझको मेरे शब्दों में मत ढूंढ़ना तुम   ......... 


मंगलवार, 12 मई 2015

EK GHABRAHAT

एक घबराहट सी  ना जाने कैसी दिल में फूट रही
ना जाने हर वक़्त क्यों मुझको मेरी सांसें ढूंढ  रही
जैसे कोई चिल्लाहट कानों में पल पल  गूंजे है
और सीने में दिल की धड़कन चिटक चिटक  कर टूट रही
जैसे इन आँखों ने कोई ख़्वाब बुरा सा देख लिया
और  आँखों में आँसू  की  कई गहरी नदियां सूख गयी

मंगलवार, 30 जुलाई 2013

Kya Hai Ye Zindagi

क्या है ये ज़िन्दगी
जहाँ जीना है मरने से ज्यादा मुश्किल
फिर भी जीना है
क्या है ये ज़िन्दगी
जहाँ रिश्तों की समझ रिश्तों को भी नहीं
फिर भी निभाना है
क्या है ये ज़िन्दगी
जहाँ अकेले ही आना और अकेले ही जाना है
फिर भी जीते जीते किसी का साथ निभाना है
क्या है ये ज़िन्दगी
जहाँ मेरी लड़ाई हर वक़्त खुद से है
फिर भी नहीं जानता
जीतना है या हराना है